अगर आपके पास व्यायाम करने के लिए समय नहीं है, लेकिन आप स्वस्थ और तरोताजा रहना चाहते हो तो सुर्य नमस्कार आपके लिए काफी फायदेमंद है। इसके लिए सिर्फ आपको दिन के पांच मिनट देने है।

सूर्य नमस्कार 12 आसनों से मिलकर बना है. इसलिए रोजाना सिर्फ सूर्य नमस्कार करना ही आपके पूरे शरीर को ऊर्जावान बनाता है और रोगों से भी दूर रखता है,जोकि अपने आप में पूरे शरीर का वर्कअाउट करने के लिए काफी है.

सुर्य नमस्कार करने के लाभ –
– पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और उससे पाचन शक्ति बढ़ती है.
– शरीर के ज्यादा वजन को कम करके शरीर को लचीला बनाने में मदद करता है।
– दिमाग को शांत करता है और आलस्य को दूर भगाता है.
– इस व्यायाम को करने से शरीर में खून का प्रवाह तेज हो जाता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में सहायक होता है.
– अगर आप बालों की समस्या से ग्रसित हैं तो यह योगा अभ्यास आपके बालों को असमय सफेद होने, झड़ने व रूसी से बचाता है.
– शरीर में ताजगी भरता है और मन को एकाग्र करने में सहायता करता है.
– अगर आपको गुस्सा बहुत जल्दी आता है तो यह योग आपको गुस्से को नियंत्रित करने में मदद करता है.
– जोड़ों को सुचारू रखने में भी सहायक है.
– यह योग करने से शरीर में लचीलापन बना रहता है,
जिससे पीठ और पैरों के दर्द में आराम मिलता है.
– शरीर को प्राकृतिक रूप से विटामिन डी मिलता है जो हड्डियों को मजबूत करने और आंखों की रोशनी बढ़ाने में फायदेमंद होता है.
– यह योग त्वचा के रोग खत्म करने में भी मददगार साबित होता है.
– सूर्य नमस्कार पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके ही करना चाहिए.
इन बातों का रखें खास ध्यान –

– सूर्य नमस्कार करते समय शरीर की प्रत्येक क्रिया को ध्यानपूर्वक व आराम से करना चाहिए
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– इस योग अभ्यास को शुरू करने से पहले योगा एक्सपर्ट की राय जरूर लें.
– सूर्य नमस्कार की तीसरी व पांचवीं स्थितियां सर्वाइकल एवं स्लिप डिस्क वाले रोगियों के लिए वर्जित हैं.
– अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं तो एक आपके डाक्टर की सलाह जरूर लें।
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– सूर्य नमस्कार कम से कम पांच बार करना चाहिए लेकिन शुरुआत के समय आप इसे अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार करें.