जावा द्वीप समूह – विश्व में सबसे ज्यादा घनी बस्ती वाला द्वीप

इंडोनेशिया का दावत विप संपूर्ण विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाला द्वीप समूह है।

जावा संसार के घने आबाद क्षेत्रों में से एक है और यहाँ का जनबाहुल्य राष्ट्रीय समस्या हो गया है। इंडोनेशिया के कुल क्षेत्रफल का ७% क्षेत्र होते हुए भी कुल जनसंख्या के लगभग ६५% लोग यहाँ बसते हैं। समस्त जनसंख्या में जावा जातिवाले ७५% (मध्य एवं उत्तरी क्षेत्र); सुंडानी १५% (पश्चिमी क्षेत्र); और मदुराई रक्तवाले १० % (पूर्वी क्षेत्र) हैं। यद्यपि अधिकांश निवासी मुस्लिम हैं, तथापि उनके पुराने हिंदू और बौद्ध संस्कार और संस्कृति उनके रीतिरिवाज, नामकरण भाषा एवं साहित्य पर छाए हुए हैं।
प्राचीन काल में जावा द्वीप का नाम यव द्वीप था। यह लगभग 2000 साल हिंदू सभ्यता का प्रभुत्व था।हिंदू राजाओं ने ही यहाँ बौद्ध धर्म का प्रचार किया। यहाँ बहुत से हिंदू एवं बौद्ध मंदिर तथा उनके अवशेष विद्यमान हैं। मैगेलांग के निकट ‘बोरोबुदुर’ मंदिर संसार का बृहत्तम बौद्ध मंदिर है। १४वीं-१५वीं सदी में यहाँ मुस्लिम संस्कृति फैली और यहाँ मुसलमानों का राजनीतिक आधिपत्य हुआ। तदनंतर पुर्तगाली, डच एवं अंग्रेज व्यापारी आए किंतु १६१९ ई. से डचों ने राज्य ने राज्य प्रारंभ किया। २७ दिसंबरट १९४९ में इंडोनेशिया गणराज्य की स्थापना हुई, जिसमें जावा प्रमुख द्वीप है।